बबूल के पत्ते और छाल एवं बड़ की छाल लें। सबको बराबर-बराबर मात्रा में मिलाकर एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह छानकर रख लें। इससे कुल्ला (गरारा) करने से गले के रोग मिट जाते हैं। सिरका एसेटिक एसिड होता है जिसे किसी स्किन केयर में भूलकर भी शामिल https://francisco62x3t.ttblogs.com/24152017/fascination-about-बब-ल-क-फ-यद-और-न-कस-न