अकड़ती जा रही हैं हर रोज गर्दन की नसें, आज तक नहीं आया हुनर सर झुकाने का. रूठा है वो इस तरह जैसे मैं सच में उसे मना लूंगा, याद रहेगा हमेंशा यह दर्दे हयात हमको भी, गुमान न कर अपने दिमाग पे मेरे दोस्त, जितना तेरा दिमाग हे उतना http://attitude-status-202060704.arwebo.com/14218650/a-secret-weapon-for-attitude-status-2020